” भारत जोड़ो यात्रा ” गांधी से गांधी तक

” भारत जोड़ो यात्रा ” गांधी से गांधी तक
– सत्य पारीक
अंग्रेजी हुकूमत ने जब नमक एक्ट लागू कर हवा पानी के बाद जीने की सभी जरूरी वस्तुओं पर टैक्स लगा दिया तब उसके विरोध में महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा निकाल कर सरकार हिला दी थी। गांधी के बाद 93 साल के लगभग उन्हीं के वंशज राहुल गांधी कन्याकुमारी से मौजूदा भाजपा सरकार के खिलाफ खाने पीने की वस्तुओं से लेकर अन्य चीजों की महंगाई व बढ़ती साम्प्रदायिक के विरोध में ” भारत जोड़ों यात्रा ” आज शुरू कर रहे हैं। जिसे सफल बनाने की सारी जिम्मेदारी वैसे तो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की है लेकिन विशेष रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की है जिनके साथ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा भी जुड़े हैं।
कन्याकुमारी में एक मेगा रैली में अपनी 3,570 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करेगें। कांग्रेस का कहना है कि वह आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक केंद्रीकरण की समस्याओं और विचारधाराओं की लड़ाई के रूप में यह रैली कर रही है।
भारत जोड़ी यात्रा शुरू करने से पहले कांग्रेस के राहुल गांधी बुधवार को श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री व अपने स्वर्गीय पिता राजीव गांधी की समाधि पर प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। इसके बाद वह कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहेंगे। यहां राहुल को खादी का राष्ट्रीय ध्वज सौंपा जाएगा।
राहुल गांधी की प्रस्तावित भारत जोड़ों यात्रा में राहुल गांधी के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करने वाले कुल 117 नेताओं में से 9 यात्री राजस्थान के होंगे। कांग्रेस ने इन यात्रियों को ” भारत यात्री ” का नाम दिया है। 7 सितंबर को शुरू होने वाली भारत जोड़ों यात्रा राजस्थान के झालावाड़, कोटा, दौसा, अलवर जिलों से होकर गुजरेगी।
यात्रा में राहुल गांधी के साथ कुल 117 नेता कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा करेंगे। भारत यात्री के रूप में रहने वाले राजस्थान के अन्य लोगों में श्रवण कुमार गुर्जर, झाबर शेरावत, सीताराम लांबा, योगेश कुमार मीना, रूबी खान, वविक भटनागर, जगदीश बिश्नोई और शत्रुघ्नन शर्मा का नाम शामिल है। भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने पर इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य यात्री भी रहेंगे ।
भारत जोड़ो यात्रा का थीम गीत लांच करते हुए गत सोमवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार पर यह कहते हुए तंज कसने का मौका नहीं छोड़ा कि कश्मीर से कन्याकुमारी की यह यात्रा ‘ मन की बात ‘ जैसा नहीं है बल्कि इसका मकसद देश के हर कोने के लोगों की चिंताएं और आवाज को दिल्ली तक पहुंचाना है। कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने यात्रा का थीम गीत पार्टी मुख्यालय में लांच करते हुए कहा कि इसके बोल ‘ एक तेरा कदम, एक मेरा कदम, मिल जाए, जुड़ जाए अपना वतन ‘ यात्रा का उद्देश्य बताते हैं।
यात्रा की औपचारिक शुरूआत के दिन सात सितंबर को कन्याकुमारी में विवेकानंद राक मेमोरियल पर राहुल के श्रद्धासुमन का कार्यक्रम रखा गया है । इसके बाद गांधी मंडप में सबसे खास आयोजन होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में एम के स्टालिन राहुल गांधी को यात्रा के लिए तिरंगा सौंपेगे।
पार्टी के झंडे की जगह तिरंगे का होगा उपयोग इस यात्रा के दौरान कांग्रेस अपनी पार्टी के झंडे की जगह तिरंगे का उपयोग कर रही है ताकि विपक्ष के अन्य दलों के नेताओं और सिविल सोसाइटी के लोगों के लिए यात्रा से जुड़ने में हिचक नहीं हो। हुबली में खादी से बना ध्वज राहुल को सौंपेंगे स्टालिन , जयराम रमेश ने कहा कि स्टालिन जो राष्ट्रध्वज राहुल को सौंपेगे वह पालिस्टर का नहीं बल्कि कर्नाटक के हुबली में खादी से बना होगा। इस कार्यक्रम में सिविल सोसाइटी के कुछ लोग भी शामिल होंगे। योगेंद्र यादव समेत सिविल सोसाइटी के कुछ प्रतिनिधियों ने यात्रा में शामिल होने की हामी भरी है।
राहुल के साथ 117 नेता करेंगे कन्याकुमार से कश्मीर तक की पदयात्रा है , हालांकि पार्टी ने अभी गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों की पूरी सूची जारी नहीं कि है और जयराम रमेश के अनुसार यात्रा जिस राज्य से गुजरेगी उसके हिसाब से इसमें लोग जुड़ते रहेंगे। राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के 117 नेता कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करेंगे।
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