
जयपुर के भवानी निकेतन में 360 स्वयंसेवकों को दिया जा रहा है आपदा मित्र प्रशिक्षण
जयपुर। आपदा के समय बचाव दल के साथ अधिक से अधिक आपदा राहत कार्य कर होने वाली जन-धन हानि को कम करने के उद्देश्य से जयपुर के 360 स्वयंसेवकों को भवानी निकेतन पॉलिटेक्निक कॉलेज के नए भवन में प्रशिक्षित कराया जा रहा है। बुधवार को इस प्रशिक्षण की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर कमांडेंट राजकुमार गुप्ता ने की।
इस अवसर पर कमांडेंट राजकुमार गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा ‘‘आपदा मित्र‘‘ योजना के अन्तर्गत राज्य से 13 जिलों में 4700 स्वयं सेवकों को एसडीआरएफ के माध्यम से ‘‘आपदा राहत प्रशिक्षण‘‘ दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का उद्देष्य राज्य में आने वाली प्राकृतिक व मानवजनित विभिन्न आपदाओं यथा बाढ़, भूकम्प, आगजनी आदि के दौरान किये जाने वाले आपदा राहत कार्यो में आपदा राहत एवं बचाव दलों के सहायतार्थ स्वयंसेवकों को तैयार किया जाना है।
कमांडेंट गुप्ता ने बताया कि यह प्रशिक्षण कुल तीन चरणों में दिया जा रहा है। जिसका प्रथम चरण 31 अक्टूबर 2022 से शुरू हुआ। इसमें चार संभाग मुख्यालय बीकानेर, भरतपुर व कोटा के 300-300, जोधपुर के 500 तथा दो जिला मुख्यालयो नागौर व अलवर 500-500 स्वयंसेवक है। द्वितीय चरण में अजमेर 300 पर 28 नवम्बर से तथा जयपुर 500 पर गुरुवार से प्रशिक्षण प्रारम्भ हो गया है।
तृतीय चरण में 05 जिला मुख्यालय बाड़मेर, जालोर, झालावाड़, पाली व सिरोही 300-300 में 26 दिसम्बर से प्रारंभ करना प्रस्तावित है। यह प्रशिक्षण प्रत्येक स्थान पर कुल 90 (30-30-30 तीन बैच) प्रशिक्षणार्थियों की संख्या में दिया जा रहा है। 13 जिलों में 30-30 केे कुल 157 बैचों को प्रशिक्षण दिये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रशिक्षक के रूप में बल के डिप्टी कमाण्डेंट से कांस्टेबल स्तर के 21-22 अधिकारी व कर्मचारी प्रति प्रशिक्षण संस्थान पर कार्यरत है। प्रशिक्षण को सुचारू रूप से चलाने के लिए कमांडेंट राजकुमार गुप्ता के निर्देशन में प्रत्येक प्रशिक्षण स्थान पर प्लाटून कमाण्डर से सहायक कमाण्डेंट रैंक के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रभारी बनाया गया है तथा संबंधित संभाग व जिला मुख्यालय के जिला कलक्टर के निर्देशन में जिला नोडल अधिकारी के रूप में प्रशिक्षण संस्थान संबंधित व्यवस्था हेतु एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
आपदा राहत प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को आपदा के समय प्राथमिक उपचार, बाढ़ बचाव, रोप रेस्क्यू संबधित एवं इसके अतिरिक्त आपदा के समय किये जाने वाले राहत कार्यो के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरांत आपदा के समय आपदा राहत एवं बचाव दल के साथ आपदा मित्र योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त स्वयं सेवक मिलकर अधिक से अधिक आपदा राहत कार्य कर आपदा से होने वाली जन-धन हानि को कम से कम किया जाना है।
Previous Post: जेंडर आधारित हिंसा को कड़ाई से रोका जाना चाहिये
For More Updates Visit Our Facebook Page
Follow us on Instagram | Also Visit Our YouTube Channel