
पैलेस ऑन व्हील्स का पहला कॉमर्शियल टूर शुरू
नई दिल्ली। सफदरजंग रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली पर पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन के पहले कॉमर्शियल टूर के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी को राजस्थान का सांस्कृतिक दूत कहा जाता है जो पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया में एक मिसाल है। पिछले 40 वर्षों से चल रही इस ट्रेन को 2 वर्षों के अन्तराल के बाद पुनः प्रारम्भ करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण था।
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने बताया कि पैलेस ओन व्हील्स 1982 से लगातार चल रही थी, 2020 में कोविड के कारण इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था, पैलेस ओन व्हील्स को फिर से चलाना सबसे बड़ी चुनौती थी। पूरी दुनियां में 10 इस तरह की लग्जरी ट्रेन है, बाकी 9 ट्रेन अभी तक बन्द पड़ी है। पूरे विश्व में 10 लग्जरी ट्रेनों में 9 नहीं चली अभी तक, पैलेस ऑन व्हील्स का पुनः संचालन हमारे लिए गर्व की बात है।
अब से पैलेस ऑन व्हील्स फिर से पटरियों पर दौड़ेगी, यह इंगित करता है कि आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र और मजबूती के साथ उभरेगा। रवानगी से पहले पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन का अवलोकन कर सुविधाओं का जायजा लिया। यात्रियों को मंगलमय सफर के लिए शुभकामनाएं दी, शाही रेल में राजस्थान की हेरिटेज और सांस्कृतिक परम्परा को देखकर देश-विदेश के पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं। इस ट्रेन में आधुनिक साज-सज्जा और सभी पर्यटक सुख-सुविधाओं का समावेश किया गया है।
पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान की पुरानी हवेलियां, गढ़, किले और रेगिस्तान के साथ लोक कलाएं, हस्तशिल्प आदि की दुनिया भर में खास पहचान है।
प्रथम शाही रेल वर्ष 1982 में प्रारंभ हुई थी। रेलवे द्वारा समय-समय पर रेल की गेज परिवर्तन के फलस्वरूप मीटर गेज से ब्रॉड गेज ट्रेन वर्ष 1991 में दूसरी और 1995 में तीसरी शाही रेल का निर्माण किया गया। शाही रेलगाड़ी का सात दिवस का दिल्ली व आगरा के अलावा राजस्थान के खूबसूरत शहरों जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर तथा भरतपुर का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है।
राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के दर्शन कराती इस शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आनंदित करता है। यहां पर पर्यटक अपने आप को राजसी माहौल में पाता है। इसमें आवभगत, स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यटन निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सेवा भावना व अतिथि सत्कार को देखकर पर्यटक रोमांचित होते हैं।
निगम अध्यक्ष राठौड़ ने बताया कि मैंने जब आरटीडीसी चैयरमेन का पदभार ग्रहण किया था तब कहा था “पैलस ओन व्हील्स को मैं सितम्बर के अंतिम या, अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में चलाऊंगा।
चुनौति बड़ी थी, चैलेंज बड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री जी का आशीर्वाद हमें प्राप्त था। मुख्यमंत्री जी की मंशा थी की राजस्थान का टूरिज्म सेक्टर ओर ज्यादा बूम करें। मुख्यमंत्री जी ने बजट में 1000 करोड़ रुपये के पर्यटन विकास कोष के गठन का एलान किया, और एलान करके वह बजट भी हमें एलाट किया। ओर जो हमारी फाइनेंशियल प्रोब्लम थी उसको माननीय मुख्यमंत्री जी ने दूर किया। मैं राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी का ह्रदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूँ।
केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी से दो बार मैं पर्यटन विभाग के अधिकारियों के दल के साथ मिला और उनसे निवेदन किया की कि 1982 से जो हमारा एग्रीमेंट चल रहा है, रेलवे और आरटीडीसी के पार्टनरशिप का एग्रीमेंट, उसी को आप केरी फॉरवर्ड करैं। लेकिन, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार ने पूरी तहर से निजीकरण पर जोर देकर रखा है, ।
जब मैंने उनसे पुराने एग्रीमेंट पर केरी फोर्वर्ड के लिए निवेदन किया तो उन्होंने साफ मना कर दिया ओर कहा “अब नया एग्रीमेंट होगा, ओर वो भी अब जो नई पोलिसि आई है, भारत गौरव ट्रेन (बीगीटी) के तहत करना होगा। यह पॉलिसी निजीकरण की तरफ इशारा कर रही है, हमने उनको खूब दलील दी, सब तरह से उन्हें कंवेंश करने की कोशीश की, हमने अपने बेस्ट आर्ग्युमेंटस दिये, हमने कहा कि,1982 से आरटीडीसी रेलवे का सबसे पुराना ग्राहक है, आरटीडीसी ने सैकड़ों करोड़ रुपये रेलवे को कमाकर दिये है, यानी की प्रोफिट दिया है, इसलिये हमारा यह एग्रीमेंट केरी फोरवर्ड करो, तो उन्होंने कहा की यह सब तो ठिक है, लेकिन एग्रीमेंट तो नई पोलिसी के तहत करेंगे। फिर हमें मजबूरन नई पॉलिसी भारत गौरव ट्रैन के तहत एग्रीमेंट करना पड़ा।
इन सब चुनोतियों के बावजूद फिर से पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन हमारे लिए बहुत ही खुशी एवं गर्व की बात है।
इस अवसर पर मुकुल वासनिक राष्ट्रीय महासचिव (AICC), भँवर जितेंद्र सिंह राष्ट्रीय महासचिव (AICC), शांति कुमार धारीवाल यूडीएच मंत्री राजस्थान सरकार, महेश जोशी पीएचइडी मंत्री राजस्थान सरकार, राजेन्द्र यादव गृह राज्यमंत्री राजस्थान सरकार, धीरज श्रीवास्तव चैयरमेन राजस्थान फाउंडेशन, रफीक खान अध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग एवं विधायक आदर्श नगर, आरटीडीसी के प्रबंध निदेशक श्री विजयपाल सिंह (IAS), श्रीमती सुभ्रा सिंह (IAS) चीफ रेजिडेंट ऑफिसर, रेलवे के उच्चाधिकारी व आमजन उपस्थित थे।
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