
लंपी स्किन डिजीज के उपचार के पुख्ता प्रबंध हों-शाले मोहम्मद.
जैसलमेर। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास और जल उपयोगिता मंत्री शाले मोहम्मद ने अधिकारियों को लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम और गौ वंश को बचाने के लिए हर स्तर पर उपचार के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं।
जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में लंपी स्किन डिजीज के संबंध में आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस महामारी के दौरान पूरी सेवा भावना से कार्य कर गौ वंश को बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता रखें ताकि हम इस बीमारी की रोकथाम में सफल हों।
उन्होंने पशु बाहुल्य इस जिले में गौ वंश में फैली लंपी स्किन डिजीज के उपचार और उसकी रोकथाम के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर टीना डाबी, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, उपखण्ड अधिकारी दौलतराम चौधरी, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खां, समाजसेवी गोविन्द भार्गव, पवन सूदा, लीलाधर दैया के साथ ही पशु पालन विभाग के अधिकारी एवं विकास अधिकारी व आयुक्त नगर परिषद उपस्थित थे।
बैठक में शाले मोहम्मद ने गौ वंश में फैली लंपी स्किन डिजीज के बारें में विस्तार से फीडबैक लिया और अब तक सर्वे किए गए पशुओं, प्रभावित पशुओं, उपचारित पशुओं के साथ ही मृत पशुओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पशुपालन विभाग के उपनिदेशक को निर्देश दिए कि वे इस बीमारी के संबंध में सही रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि इस प्रकोप के रोकथाम के लिए पर्याप्त मात्रा में मानव शक्ति और दवाइयां प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर उन्होंने जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग द्वारा इस संबंध में किए गए प्रबंधों की तारीफ करते हुए कहा कि इस महामारी की घड़ी में हम सभी को मिलकर गौ वंश को बचाना है, उसी ध्येय से कार्य करें।
बैठक में उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस बीमारी के लक्षण और उपचारों के बारे में ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाएं।
उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकार स्तर से जो प्रबंध कराने है, उसके पूरे प्रयास करेंगे। शाले मोहम्मद ने इस महामारी में भी कोरोना महामारी की तरह भामाशाहों और दानदाताओं का सहयोग लेने पर जोर दिया। उन्होंने इस मामले में सरपंचों का सहयोग लेने पर जोर देते हुए कहा कि जो पशु चिकित्सा टीमें गांवों में जा रही हैं, वे सरपंचों से संपर्क कर हर गांव में 8-10 वॉलंटियर्स का सहयोग लेकर जागरूकता कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से चलाएं।
इस अवसर पर जिला कलक्टर टीना डाबी ने प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी देते हुए 38 पशु चिकित्सा दलों का गठन कर प्रभावित क्षेत्रों में उपचार के लिए भेजा जा चुका है और पशु चिकित्सा टीमों द्वारा नियमित रूप से संक्रमित पशुओं का उपचार भी किया जा रहा है। इस कार्य के लिए क्षेत्र के उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार और नायब तहसीलदार प्रभावी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
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