
ईआरसीपी के मसले पर प्रधानमंत्री चुप क्यूं-अशोक गहलोत.
उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बांसवाड़ा के मानगढ़ और सांगडूंगरी में 399 करोड़ रूपए के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा की यह दिन हमें आदिवासियों की कठिनाइयों और समस्याओं के समाधान के लिए चिंतन और मनन करने का अवसर प्रदान करता है।
बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मानगढ़ की पहाड़ियों में अंग्रेजों के वक्त बड़ी संख्या में आदिवासी मारे गए थे। पहले लोग इन्हें पहचानते ही नहीं थे, लेकिन यह स्मारक बनने के बाद लोग अब उन्हें पहचानने लगे हैं। उन्होंने अपनी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि सोशल सिक्योरिटी के तहत 90 लाख लोगों को पेंशन दे रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि सरकारें बदलती है तो काम ठप हो जाते हैं। बीजेपी आती है तो काम ठप कर देती है, हमने कभी भी काम को ठप नहीं किया। उन्होंने ईआरसीपी का जिक्र करते हुए कहा कि हम इस काम को लेकर चल पड़े हैं, कैसे इसे राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में शामिल किया जाए।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह इस प्रोजेक्ट में सहयोग नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरे अनुभव के हिसाब से यह पहला ऐसा मामला है जिसमें केन्द्र सरकार ने हमें पत्र लिखकर कहा कि आप इस योजना को रोक दीजिए। गहलोत ने कहा कि हम इस काम को नहीं रोकेंगे, हमने 9 हजार करोड़ रुपए स्वीकृत किए है, काम चलता रहेगा और प्रधानमंत्री से मांग करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि संघीय व्यवस्था में यह हमारा अधिकार है और दबाव बनाते रहेंगे। गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जयपुर और अजमेर में इस संबंध में वादा करके गए थे, फिर चुप क्यूं हैं, यहां उनके नेता चुप क्यूं बैठे हैं।
For More Updates Visit Our Facebook Page
Follow us on Instagram | Also Visit Our YouTube Channel