jaipur होम वोटिंग के लिए इस बार राज्य विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा उत्साह

होम वोटिंग के लिए इस बार राज्य विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा उत्साह

होम वोटिंग के लिए इस बार राज्य विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा उत्साह

जयपुर - मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में होम वोटिंग के लिए वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग मतदाता बढ़-चढ़कर पंजीकरण करा रहे हैं। होम वोटिंग के प्रति लोकसभा आम चुनाव में राज्य विधानसभा चुनाव-2023 से भी ज्यादा उत्साह है। विधानसभा चुनाव के दौरान 61,628 पात्र मतदाताओं ने पंजीकरण कराया था। इस बार यह आंकड़ा 68 हजार के पार पहुंच गया है और द्वितीय चरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। प्रथम चरण में मतदान होने वाले 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में होम वोटिंग के पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सभी 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 51,230 वरिष्ठ नागरिक और 16,735 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने का विकल्प चुना है।

निर्वाचन विभाग के प्रयासों का असर

गुप्ता ने बताया कि राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान 'कोई मतदाता न छूटे' के उद्देश्य के साथ मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेशभर में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए स्वीप गतिविधियों को बढ़ाया गया है। साथ ही, आईटी का प्रयोग भी किया जा रहा है। चुनाव प्रक्रिया को अधिक समावेशी और आसान बनाने के क्रम में एक नवाचार करते हुए डाक मतपत्रों (पोस्टल बैलट) के लिए एक सुविधा पोर्टल 'पोस्टल बड्डी' भी तैयार किया है। इसके माध्यम से डाक मतपत्रों के लिए आवेदन से लेकर मतदान तक की पूरी प्रक्रिया की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा रही है। होम वोटिंग के लिए राज्य विधानसभा चुनाव-2023 में 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता पात्र थे। लोकसभा चुनाव के दौरान इसे बढ़ाकर 85 वर्ष किया गया है। पात्र मतदाताओं की संख्या पहले के मुकाबले कम होने के बावजूद भी होम वोटिंग के लिए अधिक रूझान निर्वाचन विभाग के इन प्रयासों का ही परिणाम है।

प्रथम चरण: बुजुर्गों का सर्वाधिक पंजीकरण सीकर में, दिव्यांगों का गंगानगर में

प्रथम चरण के मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अब तक कुल 36,858 पात्र मतदाताओं ने होम वोटिंग के लिए पंजीकरण कराया है। इनमें 27,536 वरिष्ठ नागरिक और 9,322 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। सर्वाधिक 4,957 पंजीकरण सीकर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हुए हैं। वहीं, सीकर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 3,866 वरिष्ठ नागरिकों और गंगानगर में 1,160 दिव्यांगों का पंजीकरण किया गया है, जो कि सर्वाधिक है। निर्वाचक अधिकारी होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले मतदाताओं की सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों को 1 अप्रैल तक उपलब्ध करवाएंगे। इसके बाद होम वोटिंग के विशेष मतदान दल गठित कर उनके प्रशिक्षण की सभी प्रक्रिया 4 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी। ये विशेष टीमें राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों की मौजूदगी में पंजीकृत मतदाताओं के घर पहुंचकर पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करवाएंगे। होम वोटिंग के लिए मतदान प्रक्रिया 5 अप्रैल से शुरू होकर 14 अप्रैल तक चलेगी। किसी कारण से मतदाता के होम वोटिंग के लिए अनुपस्थित या वंचित रह जाने पर दूसरा चरण 15 से 16 अप्रैल के बीच होगा।

दूसरा चरण: 23,500 वरिष्ठ नागरिकों और 7,500 से अधिक दिव्यांगों का पंजीकरण

गुप्ता ने बताया कि दूसरे चरण में मतदान वाले 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में होम वोटिंग के लिए पंजीकरण का कार्य जारी है और 2 अप्रैल तक आवेदन किया जा सकता है। अब तक 31 हजार से अधिक पात्र मतदाओं ने पंजीकरण कराया है। इनमें 23,694 वरिष्ठ नागरिक और 7,413 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं। निर्वाचक अधिकारी होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले मतदाताओं की सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों को 8 अप्रैल तक उपलब्ध कराएंगें। विशेष मतदान दल गठित कर उनके प्रशिक्षण की सभी प्रक्रिया 13 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी। होम वोटिंग के लिए मतदान प्रक्रिया 14 अप्रैल से शुरू होकर 21 अप्रैल तक चलेगी। किसी कारण से मतदाता के होम वोटिंग के लिए अनुपस्थित या वंचित रह जाने पर दूसरा दौर 22 से 23 अप्रैल के बीच होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि होम वोटिंग की सुविधा विकल्प के रूप में है। लोकसभा चुनाव के लिए होम वोटिंग की सुविधा ऐसे मतदाताओं को मिलती है, जो 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों हों या 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता श्रेणी के विशेष योग्यजन हों। इसके तहत बूथ लेवल अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर होम वोटिंग की सुविधा के लिए योग्य मतदाताओं को इसके संबंध में जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। पात्र मतदाता सुविधा का चयन करने के लिए फॉर्म 12-डी भरकर बीएलओ को देंगे।

और पढ़ें